:01:
ये हुस्न का जादू है,
सर तो सजदे में,
पर दिल बेक़ाबू है |
:02:
आँखों
में उतरना है,
टोक
दिया दिल ने
कुछ
और सँवरना है |
:03:
हम
राह निहारेंगे,
आओ,
न आओ तुम
हम
फिर भी पुकारेंगे |
:04:
ख़्वाबों
में बुला कर तुम,
छुप
जाती हो क्यों
यूँ
प्यास बढ़ा कर तुम ?
:05:
इक
देश हमें जाना,
कैसा
होगा, वो
जो
देश है अनजाना ?
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें