गुरुवार, 25 मार्च 2021

माहिया 09

 

क़िस्त 09

01

दुनिया के ताने क्यों ?

प्यार अगर सच है,

मिलने में बहाने क्यों ?

 

02

मन में हैं वृन्दावन,

साँसों में राधा,

हर साँस में मनमोहन।

 

03

सौ बार कहा हमने,

भूल उसे जाओ,

कब बात सुनी ग़म ने।

 

04

जो बात लबों पर है,

कहना है कह दो,

किस बात का अब डर है?

 

05

मुश्किल से मिली हो तुम

बाँहों में आ कर,

रहती हो क्यों गुमसुम ?

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