शुक्रवार, 26 मार्च 2021

माहिया 88

 क़िस्त 88

1

अच्छा ही किया तुमने,
गिरने से पहले,
जो थाम लिया तुमने।
 

2

यादों में बसा रखना,

अपनी दुआओं में, 

मेरी भी दुआ रखना।

 

3

पहले न कभी पूछा,

भूल गया हूँ मैं ?

ऐसा क्योंकर सोचा ?

 

4

जो कह न सकी वो भी,

सुन मेरे माही !

जो सह न सकी वो भी।

 

5

सब याद है जान-ए-जिगर,

तुम ने निभाया जो,

एहसान मेरे सर पर 


 

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