शुक्रवार, 2 अप्रैल 2021

अनुभूतियाँ 39

 1
प्यार मुहब्बत इश्क़ आरज़ू
बातें सभी किताबों में है
लेकिन है दीदार नही क्यों
आता रहता ख़्वाबों में है
 2
आँसू ग़म से भरे क़लम से
लिखा हुआ ख़त भेज न पाया
लिखने को तो बात बहुत थी
क्या क्या लिखता ,समझ न पाया
 3
जो भी होगा ,अच्छा होगा
कुछ तो होगा रब के मन में
क्यों रोता है निशदिन, पगले!
अच्छा भी होगा जीवन में
 4
कौन यहाँ सुनने को आतुर
मेरी वो अनकही कहानी
जिसे अगर सुन ले कोई तो
आँखों में भर आए पानी

-आनन्द.पाठक-

 

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